ज्योति आर्या स्वभाव से अंतर्मुखी तथा मृदूभाशी है।दिल्लीविश्वविधालय के जीसस एंड मेरी कॉलेज से वाणिज्य में स्नातक तथा एस.सी.डी.ऐल,पुणे से बिज़नेस ऐडमिनिस्ट्रेशन में स्नातकोत्तर,ज्योति को लिखनेतथा पढ़ने का शौक़ बचपन से ही है। उन्हौने नैशनल बुक ट्रस्ट ओफ़ इंडिया से बुक पब्लिशिंगतथा ब्रिटिश काउन्सिल इंडिया,नई दिल्ली से क्रीएटिव राइटिंग का प्रशिक्षण पाया है। उनकी कवितायें हिंदुस्तान टाइम्स से प्रकाशित पत्रिका कादम्बिनी,समाज-कल्याण पत्रिका,अमृत-कलश (राष्ट्रीय कविता संचयन) और अभी हाल में ही द पोयट्री सोसायटी ऑफ़ इंडिया से प्रकाशित कविता-शृंखला “ढाई आखर प्रेम” में भी प्रकाशित हुई है। एक वेब डिज़ाइनिंग उपक्रम में बतौर कॉपीराइटर काम करने के अलावा उन्होंने एक बहुराष्ट्रीय संस्थान में भी काम किया है। वर्तमान में वें पिछले आठ वर्षों से भारत सरकार के एक स्वायत्त निकाय में कार्यरत है। हिंदी तथा अंग्रेज़ी में लेखन के अलावा ज्योति को कला से भी गहरा लगाव है तथा इस किताब में प्रकाशित स्केच तथा कवर पेज भी उन्होंने ही बनाए है। स्वभाव से अति-संवेदनशील ज्योति अपनी कविताओं के माध्यम से मानव मन की भावनाओं को साधारण शब्दों में पिरो कर प्रस्तुत करना चाहती है।
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Books By Jyothi Arya